Anvi singh: हिमाचल की 10वीं की टॉपर बनी एक दिन की उपायुक्त – जानिए क्यों है यह बच्ची पूरे राज्य के लिए प्रेरणा
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से एक नाम इन दिनों चर्चाओं में है — अन्वी सिंह। एक सामान्य छात्रा जिसने असाधारण प्रदर्शन करते हुए हिमाचल प्रदेश बोर्ड की 10वीं परीक्षा में राज्य में चौथा स्थान प्राप्त किया और मंडी जिले में टॉप किया। लेकिन यही नहीं, इस उपलब्धि ने उन्हें बना दिया एक दिन के लिए मंडी की उपायुक्त (DC), जिससे उन्होंने प्रशासन की ज़िम्मेदारी को भी बखूबी निभाया।
Anvi singh:हिमाचल की छात्रा अन्वी सिंह का बड़ा मुकाम
कौन हैं अन्वी सिंह?
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गांव: डून, सरकाघाट तहसील, मंडी ज़िला
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स्कूल: आलोक भारती स्कूल, कोटली
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कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षा: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HPBOSE)
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रैंक: राज्य में 4वां स्थान, मंडी ज़िले में पहला
अन्वी की यह उपलब्धि न केवल शैक्षणिक दृष्टि से बड़ी है, बल्कि यह एक संदेश भी देती है कि छोटे गांवों से निकलने वाली प्रतिभाएं भी राष्ट्रीय स्तर तक पहचान बना सकती हैं।
DC For A Day — एक प्रेरणादायक पहल
‘DC For A Day’ मंडी जिला प्रशासन की एक अभिनव पहल है, जिसका उद्देश्य है — शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले बच्चों को प्रशासनिक कार्यों का प्रत्यक्ष अनुभव देना। इस अभियान का मकसद है कि बच्चे नेतृत्व, जिम्मेदारी और निर्णय लेने की क्षमता को समझें और समाजसेवा के प्रति रुचि विकसित करें।
अन्वी सिंह ने DC बनकर क्या किया?
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भूकंप मॉक ड्रिल की निगरानी की और आपदा प्रबंधन की वास्तविक प्रक्रिया को समझा।
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जन समस्याओं की सुनवाई की और उनके समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
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कई सरकारी विभागों का दौरा कर प्रशासनिक प्रक्रिया की गहराई से जानकारी ली।
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अधिकारियों के साथ बैठकें कीं और निर्णय लेने की भूमिका में खुद को आजमाया।
कुछ खास तथ्य (Important Facts)
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हिमाचल बोर्ड की 2025 की 10वीं परीक्षा में करीब 90,000 से अधिक छात्र शामिल हुए थे।
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अन्वी ने 600 में से 692 अंक प्राप्त किए — यह 98% से अधिक स्कोर है।
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वह भविष्य में IAS अफसर बनना चाहती हैं और अब से ही प्रशासनिक समझ का अभ्यास कर रही हैं।
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DC फॉर ए डे जैसे कार्यक्रम छात्रों को नेतृत्व और प्रशासनिक व्यवस्था से जोड़ने का पहला मौका प्रदान करते हैं।
Anvi singh ने क्या कहा?
“मैं बहुत खुश हूं कि मुझे प्रशासनिक दुनिया को इतने नजदीक से देखने और सीखने का मौका मिला। मैंने सीखा कि एक DC की जिम्मेदारी कितनी बड़ी होती है और इसे निभाना कितना गौरवपूर्ण है। मैं भविष्य में सिविल सर्विसेज में जाना चाहती हूं।”
इस पहल का व्यापक प्रभाव
मंडी प्रशासन की यह पहल जैसे अभियानों — “अपना विद्यालय”, “अपना पुस्तकालय” — की तरह, शिक्षा को सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़ने का प्रयास है। इससे बच्चों को न केवल प्रेरणा मिलती है बल्कि उन्हें अपने भविष्य के लिए दिशा भी मिलती है।
अन्वी सिंह की यह कहानी हमें यह बताती है कि सच्ची मेहनत और लगन के साथ कोई भी बच्चा, चाहे वह किसी गांव से क्यों न हो, ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है। वह न केवल एक टॉपर हैं बल्कि आज की युवा पीढ़ी के लिए एक रोल मॉडल बन चुकी हैं।