IND vs ROK Hockey final 2025 : भारत ने कोरिया को 4-1 से हराया, चौथी बार एशियाई बादशाह बना और वर्ल्ड कप का टिकट भी कटाया
भारतीय हॉकी टीम ने एशिया कप 2025 में कमाल कर दिखाया। 7 सितंबर 2025 को बिहार के राजगीर हॉकी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में भारत ने दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर चौथी बार एशिया कप का खिताब अपने नाम कर लिया। इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारत ने 2026 हॉकी वर्ल्ड कप (नीदरलैंड और बेल्जियम) के लिए भी क्वालीफाई कर लिया।
यह खिताब भारत के लिए खास इसलिए भी है क्योंकि इससे पहले टीम इंडिया ने 2003, 2007 और 2017 में एशिया कप जीता था। यानी पूरे 8 साल बाद भारतीय हॉकी फैंस को फिर से जश्न का मौका मिला।
IND vs ROK Hockey final 2025: फाइनल मैच की पूरी कहानी
पहला क्वार्टर: धुआंधार शुरुआत
मैच शुरू होते ही भारतीय टीम ने आक्रामक रुख अपनाया। सिर्फ 31 सेकंड में Sukhjeet Singh ने गोल दाग दिया। कप्तान Harmanpreet Singh के पास पर सुकजीत का शानदार रिवर्स हिट गोलकीपर को चकमा देते हुए नेट में जा घुसा। स्कोर 1-0 और स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट।
भारत को पहला क्वार्टर खत्म होने से पहले पेनल्टी स्ट्रोक भी मिला, लेकिन Jugraj Singh का शॉट गोलकीपर ने रोक दिया। फिर भी भारत का दबदबा बना रहा और पहला क्वार्टर 1-0 से खत्म हुआ।
दूसरा क्वार्टर: Dilpreet का कमाल
कोरिया ने डिफेंस मजबूत किया, लेकिन 28वें मिनट में भारत ने बढ़त दोगुनी कर दी। हारमनप्रीत ने शानदार aerial पास दिया जिसे Sanjay ने कंट्रोल किया और आगे बढ़ाकर Dilpreet Singh को पास दिया। दिलप्रीत ने गोलकीपर के पैरों के बीच से गेंद डालकर स्कोर 2-0 कर दिया। हाफ टाइम तक भारत पूरी तरह मैच पर छा चुका था।
तीसरा क्वार्टर: दबदबा कायम
45वें मिनट में एक बार फिर Dilpreet ने कमाल कर दिया। राजिंदर सिंह की हल्की टच पर मिले मौके को दिलप्रीत ने पहली ही कोशिश में गोल में बदल दिया। भारत 3-0 से आगे हो गया। कोरिया ने इस क्वार्टर में कुछ पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन भारतीय डिफेंस और गोलकीपर ने उन्हें नाकाम कर दिया।
चौथा क्वार्टर: Rohidas ने लगाई जीत पर मुहर
50वें मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस बार Amit Rohidas ने drag flick से शानदार गोल किया। स्कोर 4-0 हो चुका था।
51वें मिनट में कोरिया के Son Dain ने एक गोल जरूर किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मैच 4-1 से भारत के नाम रहा और राजगीर स्टेडियम में तिरंगा लहराया।
भारत के हीरो कौन रहे?
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Dilpreet Singh – दो गोल दागकर बने ‘Player of the Match’।
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Sukhjeet Singh – पहले ही मिनट में गोल कर मैच का टोन सेट किया।
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Amit Rohidas – डिफेंस में दीवार बने और एक अहम गोल भी किया।
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Harmanpreet Singh – कप्तान की भूमिका में दो शानदार असिस्ट दिए और पूरी टीम को लीड किया।
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Sanjay – दूसरे गोल में कमाल की असिस्ट, अपनी maturity दिखा दी।
कोच Fulton की रणनीति – तेज शुरुआत और ठोस डिफेंस
कोच Craig Fulton ने मैच से पहले ही कहा था – “फास्ट स्टार्ट करेंगे और गेम अपने हाथ में लेंगे।” सच में, शुरुआती 30 सेकंड का गोल ही गेम का मोमेंटम बदल गया।
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भारत का midfield control शानदार रहा – Hardik Singh, Manpreet Singh और Vivek Sagar Prasad ने खेल की रफ्तार संभाले रखी।
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डिफेंस में Jarmanpreet और Rohidas ने कोरिया की हर कोशिश को रोका।
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पेनल्टी कॉर्नर से गोल करना भारत की ताकत रहा और इसी से टीम ने जीत पक्की की।
इस जीत का बड़ा महत्व
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भारत का चौथा एशिया कप खिताब – अब कोरिया के बराबर सबसे सफल टीम।
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2026 वर्ल्ड कप क्वालीफिकेशन – सीधा टिकट कट गया नीदरलैंड और बेल्जियम के लिए।
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8 साल का इंतजार खत्म – पिछली बार 2017 में जीता था।
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इनाम – हॉकी इंडिया ने खिलाड़ियों को 3-3 लाख और सपोर्ट स्टाफ को 1.5-1.5 लाख रुपये देने का ऐलान किया।
टूर्नामेंट का सफर
भारत ने शुरुआत करीबी जीत से की –
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चीन को 4-3 से हराया (Harmanpreet का हैट्रिक),
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जापान पर 3-2 की जीत,
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कज़ाकिस्तान पर 15-0 की धमाकेदार जीत,
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सुपर 4 में कोरिया से 2-2 ड्रॉ और चीन को 7-0 से हराया।
फाइनल में जबरदस्त परफॉर्मेंस देकर भारत ने खिताब अपने नाम किया।
भारत की इस जीत ने एशियाई हॉकी में उसका दबदबा फिर से साबित कर दिया। Dilpreet, Sukhjeet और Rohidas की परफॉर्मेंस के साथ कप्तान Harmanpreet की लीडरशिप ने फैंस को यकीन दिला दिया कि आने वाले FIH Hockey World Cup 2026 में भी भारत दमदार प्रदर्शन करेगा।