DR. Manmohan Singh Death:पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को गंभीर हालत में गुरुवार रात एम्स(AIIMS) दिल्ली ले जाया गया। बाद में अस्पताल की ओर से उनके निधन की घोषणा की गई। सूत्रों के मुताबिक़ PM मोदी जी ने पूरे देश भर में राष्ट्रीय शोक घोषित किया है , आज यानी 27 दिसम्बर को 11 बजे केबिनेट की बेठक बुलायी गयी है , राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी…
DR. Manmohan Singh Death:जीवन और शिक्षा
एक आदर्श नेता और अर्थशास्त्री का जीवन:26 दिसंबर 2024 को भारत ने अपने पूर्व प्रधानमंत्री और विश्वप्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह को खो दिया। उनकी उम्र 92 वर्ष थी। उनका जीवन सादगी, विद्वत्ता और समर्पण का प्रतीक था। उनका योगदान न केवल भारतीय राजनीति बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण है। आइए उनके जीवन, करियर और उपलब्धियों पर एक विस्तृत नज़र डालते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के गाह गांव (अब पाकिस्तान) में हुआ। 1947 में भारत के विभाजन के बाद उनका परिवार अमृतसर आ गया। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि हासिल की और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डी.फिल. की उपाधि प्राप्त की।
शैक्षणिक और प्रशासनिक करियर
अपनी उच्च शिक्षा के बाद, डॉ. सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अध्यापन किया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) में सलाहकार के रूप में कार्य किया।
1966 में, वे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में शामिल हुए। 1971 में उन्हें वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया और 1972 में वे भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार बने। इसके बाद वे भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, योजना आयोग के उपाध्यक्ष और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर आसीन हुए।
राजनीतिक जीवन
डॉ. सिंह का राजनीतिक जीवन 1991 में तब शुरू हुआ जब प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव ने उन्हें भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया। यह भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। उन्होंने आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण (LPG) की नीतियां लागू कीं, जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
2004 में, कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद, डॉ. मनमोहन सिंह भारत के 13वें प्रधानमंत्री बने। वे 2014 तक इस पद पर रहे। उनके कार्यकाल में सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में व्यापक प्रगति हुई।
उपलब्धियां
- आर्थिक सुधार: 1991 के आर्थिक संकट के दौरान, उन्होंने भारत की वित्तीय नीतियों में क्रांतिकारी परिवर्तन किए।
- मनरेगा: उनके नेतृत्व में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) लागू हुआ।
- परमाणु समझौता: उन्होंने भारत-अमेरिका परमाणु समझौता किया, जिसने भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत किया।
- शांति और स्थिरता: उनके नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान और अन्य देशों के साथ कूटनीति में सधा हुआ रुख अपनाया।
DR. Manmohan Singh Death:निधन और राष्ट्र की श्रद्धांजलि
26 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में डॉ. मनमोहन सिंह ने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और विश्वभर के लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया। भारत सरकार ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
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