Ashwin Bowling Records:-भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 18 दिसंबर 2024 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के ड्रॉ होने के बाद, 38 वर्षीय अश्विन ने यह निर्णय लिया।
Ashwin Bowling Records:अश्विन की फिरकी का अंत-
प्रारंभिक जीवन और करियर की शुरुआत
17 सितंबर 1986 को चेन्नई में जन्मे अश्विन ने अभियांत्रिकी की पढ़ाई के दौरान क्रिकेट में रुचि विकसित की। तमिलनाडु की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद, उन्होंने 2009 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए अपनी पहचान बनाई।
अंतरराष्ट्रीय करियर
अश्विन ने जून 2010 में भारतीय टीम के लिए वनडे में पदार्पण किया और नवंबर 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया, जहां उन्होंने नौ विकेट लेकर ‘मैन ऑफ द मैच’ का खिताब जीता।
प्रमुख उपलब्धियां
- तेज विकेट चटकाने का रिकॉर्ड: अश्विन ने 66 टेस्ट मैचों में 350 विकेट लेकर डेनिस लिली का रिकॉर्ड तोड़ा।
- आईसीसी पुरस्कार: 2016 में, उन्हें आईसीसी द्वारा ‘क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ और ‘टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ चुना गया।
- विश्व कप विजेता: अश्विन 2011 के वनडे विश्व कप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे।
Ashwin Bowling Records:-
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3⃣ Formats
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1⃣ Champion Cricketer #ThankYouAshwin | #TeamIndia | @ashwinravi99 pic.twitter.com/Die36HBJEE— BCCI (@BCCI) December 18, 2024
करियर आँकड़े
- टेस्ट: 106 मैचों में 537 विकेट, जिसमें 37 बार पांच विकेट और 8 बार दस विकेट लेने का कारनामा शामिल है।
- वनडे: 116 मैचों में 156विकेट।
- टी20 अंतरराष्ट्रीय: 65 मैचों में 72 विकेट।
बल्लेबाजी में योगदान
अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 6 शतकों और 16 अर्धशतकों के साथ 4,000 से अधिक रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 124* रहा है।
आईपीएल करियर
अश्विन ने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स, किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 2009 में आईपीएल में पदार्पण किया और अपनी गेंदबाजी से कई मैचों में टीम को जीत दिलाई।
संन्यास की घोषणा
अश्विन ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, “आज एक भारतीय क्रिकेटर के रूप में मेरा आखिरी दिन होगा।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह क्लब क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे।
रविचंद्रन अश्विन का करियर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। उनकी गेंदबाजी की विविधता, बल्लेबाजी में योगदान और खेल के प्रति समर्पण ने उन्हें महान खिलाड़ियों की श्रेणी में स्थान दिलाया है। उनका संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग का अंत है, लेकिन उनकी उपलब्धियां आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी रहेंगी।