मकर संक्रांति क्यों मनायी जाती है?
MAKAR SANKRANTI :मकर संक्रांति हिन्दी कैलेंडर में माघ ( जनवरी) मास के कृष्ण पक्ष की एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो साल के पहले मास माघ ( जनवरी) में आती है। इस तिथि को मकर संक्रांति कहा जाता है क्योंकि सूर्य इस समय मकर राशि (Capricorn) में प्रवेश करता है।
MAKAR SANKRANTI :
मकर संक्रांति हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है और इसे विभिन्न भागों में विशेष रूप से मनाया जाता है। यह त्योहार हिन्दी कैलेंडर में वार्षिक सौरमास (solar month) के आधार पर मनाया जाता है, जिसे सूर्य का गतिक्रमण (apparent motion) निगरानी के अनुसार गणना किया जाता है।
MAKAR SANKRANTI:मकर संक्रांति के दिन लोग सूर्य की पूजा करते हैं और इसे उत्सव, मेला, और भोजन के साथ मनाते हैं। इसे उत्तर भारत में लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, और मघ बिहु जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है। यह त्योहार फसलों के कटाई के समय भी मनाया जाता है और लोग धन्यवाद अर्पित करने के लिए एक दूसरे के साथ भोजन करते हैं।
2024 में कोन सी तिथि को मनायीं जाएगी मकर संक्रांति ? जान ने के लिए बने रहिए हमारे साथ –
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार माघ ( जनवरी) मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से शुरू होकर पूरे देश में मनाया जाता है। इस तिथि को मकर संक्रांति कहा जाता है और यह हर साल 14 या 15 जनवरी को आती है।
तथापि, भारत के विभिन्न क्षेत्रों में मकर संक्रांति का उत्सव विभिन्न नामों और अनुसरण विधियों के साथ मनाया जाता है। उदाहरण स्वरूप, उत्तर भारत में इसे लोहड़ी और मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है, और साउथ इंडिया में इसे पोंगल के नाम से जाना जाता है।
MAKAR SANKRANTI :
Mom and Daugter Celebrating MakarSnakranti @anky1912 #AnkitaOurHappiness pic.twitter.com/aLeJkB01Sn
— ankitapurehappiness (@mishahmd13) January 14, 2021
1)-मकर संक्रांति को लेकर पंडित नंदलाल से बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा.