WHAT IS BLACK HOLE :-ब्लैक होल एक अत्यंत गुरुत्वाकर्षी स्थान है जहां गुरुत्व क्षेत्र इतना शक्तिशाली होता है कि कोई भी रौंधता नहीं होती और न कोई किरण बाहर निकलती है और न ही कोई तत्व इससे बाहर निकल पाता है। यह इतना गहरा होता है कि इसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति चिरकाल बनी रहती है। इसका नाम ‘ब्लैक होल’ इसलिए है क्योंकि यह रौंधता के क्षेत्र को इतनी अधिकता से ढांप लेता है कि इससे कोई प्रकाश भी बाहर नहीं निकल सकता और इसे नहीं देखा जा सकता है।
ब्लैक होल का निर्माण एक तारे के अंत के समय होता है, जब तारा अपनी ऊर्जा की सारी खपत कर लेता है और इसका केंद्रीय भाग अवशेष बनता है। इसका गुरुत्वाकर्षण इतना तेजी से बढ़ता है कि इसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति सभी तत्वों को अपने आंतर में खींच लेती है और एक अत्यंत घने बिंदु को उत्पन्न करती है।
ब्लैक होल की गुरुत्वाकर्षण शक्ति इतनी होती है कि यह समय-समय पर चिरकाल से बंदरबंद हो जाता है, और इसके चारों ओर एक सीधा रास्ता बन जाता है, जिसे वैज्ञानिक सुपरनोवा कहते हैं।
WHAT IS BLACK HOLE:-
ब्लैक होल के अंदर का समय भी विभिन्न तरीकों से प्रभावित होता है, जिससे समय का अवलोकन करने में कठिनाई होती है। इसका अध्ययन आधुनिक खगोलशास्त्र में एक रोमांचक और चुनौतीपूर्ण क्षेत्र है, और वैज्ञानिकों द्वारा ब्लैक होल की विशेषताएं और उनका प्रभाव अध्ययन किया जा रहा है।
समाप्त करते हुए, ब्लैक होल खगोलशास्त्र में एक रहस्यमय और महत्वपूर्ण विषय है जिसका अध्ययन हमें ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने में मदद कर सकता है।