Income Tax Return 2025:इन दिनों इंडिया में आयकर रिटर्न (ITR) सबसे हॉट टॉपिक बना हुआ है। अगस्त 2025 में, न्यू टैक्स पॉलिसीज़ और इनकम टैक्स बिल 2025 पास होने के बाद, ये मुद्दा सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ चैनल्स तक पर वायरल हो गया है।
इस लेख में हम क्लियर करेंगे कि ITR क्यों चर्चा का विषय बना हुआ है, नए कानून में क्या बड़े बदलाव आए हैं, और ये आम लोगों की जेब पर क्या असर डालेगा।
ITR क्यों है चर्चा में?
1. नया इनकम टैक्स बिल 2025
11 अगस्त 2025 को लोकसभा ने इनकम टैक्स (नंबर 2) बिल, 2025 पास किया, जो 1961 के पुराने इनकम टैक्स एक्ट को रिप्लेस करेगा। इसमें कई बड़े बदलाव आए हैं—
- सिंपल टैक्स स्लैब्स – अब टैक्स कैलकुलेशन और फाइलिंग पहले से आसान हो जाएगी।
- वन “टैक्स ईयर” कॉन्सेप्ट – टैक्स सिस्टम और ट्रांसपेरेंट होगा।
- फेसलेस असेसमेंट – पूरा प्रोसेस डिजिटल और ऑटोमेटिक, जिससे करप्शन कम होगा।
- कम्प्लायंस में ईज़ – छोटे टैक्सपेयर्स के लिए रूल्स सिंपल हो गए हैं।
इन बदलावों ने सैलरीड क्लास और छोटे बिज़नेस ओनर्स को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाया है।
2. ITR फाइल करने की डेडलाइन बढ़ी
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने नॉन–ऑडिट केस के लिए ITR फाइल करने की लास्ट डेट 15 जुलाई 2025 से बढ़ाकर 15 सितंबर 2025 कर दी है।
ये एक्सटेंशन सिस्टम अपग्रेड की वजह से दिया गया, जिससे लोगों को नए रूल्स समझने और अपनी रिटर्न सही करने का एक्स्ट्रा टाइम मिला।
3. अपडेटेड रिटर्न का ऑप्शन
अब टैक्सपेयर्स असेसमेंट ईयर 2021-22 और 2022-23 के लिए ITR-U (अपडेटेड रिटर्न) फाइल कर सकते हैं, खासकर ITR-3 और ITR-4 के लिए।
इसके लिए 48 महीने की टाइम लिमिट दी गई है, ताकि पुराने ITR में मिस्टेक्स को ठीक किया जा सके।
4. टैक्सपेयर्स के लिए फ्रेंडली बदलाव
नए बिल में ऐसे कई अपडेट्स हैं जो डायरेक्ट लोगों को फायदा देंगे—
- हाई टैक्स–फ्री लिमिट – अब ₹12 लाख तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं, और ₹75,000 की स्टैंडर्ड डिडक्शन के बाद ये लिमिट ₹12.75 लाख हो जाती है।
- TDS लेट जमा पर पेनल्टी खत्म – छोटे बिज़नेस के लिए बड़ा राहत भरा कदम।
- खाली प्रॉपर्टी पर टैक्स में राहत – प्रॉपर्टी ओनर्स के लिए टैक्स रूल्स और ईज़ी हुए।
5. पब्लिक और मीडिया की एक्टिविटी
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अपने X (Twitter) अकाउंट पर नए रूल्स पर पोस्ट और पॉडकास्ट सीरीज शुरू की है।
साथ ही, फाइनेंशियल एक्सप्रेस, इंडिया टुडे, न्यूज़18 जैसे मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने इस टॉपिक को बिग कवरेज दिया है, जिससे लोगों में अवेयरनेस बढ़ी है।
नए रूल्स का असर
- सैलरीड लोग – ज्यादा टैक्स–फ्री लिमिट और सिंपल स्लैब से कम टैक्स देना पड़ेगा।
- छोटे बिज़नेस/प्रोफेशनल्स – TDS लेट पेनल्टी खत्म और ईज़ी कम्प्लायंस से राहत।
- सीनियर सिटीज़न और प्रॉपर्टी ओनर्स – टैक्स लोड कम हुआ है।
हालांकि, नए रूल्स को समझने और अप्लाई करने में थोड़ा टाइम लग सकता है, लेकिन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने इसके लिए ऑनलाइन गाइड और हेल्पलाइन शुरू की है।
इंडिया में ITR चर्चा का विषय बना हुआ , क्योंकि इनकम टैक्स बिल 2025 ने टैक्स सिस्टम को पहले से ज्यादा सिंपल, डिजिटल और टैक्सपेयर–फ्रेंडली बना दिया है। डेडलाइन एक्सटेंशन, पुराने ITR को अपडेट करने की सुविधा और मीडिया कवरेज ने इसे और हाइलाइट किया है।
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