RATAN TATA : एक महान उद्योगपति की विरासत
मृत्यु की तारीख: रतन टाटा का निधन 86 वर्ष की आयु में अक्टूबर 2024 में हुआ। उनके निधन से भारत और दुनिया ने एक ऐसे व्यक्ति को खो दिया, जिसने न केवल भारतीय उद्योग में बल्कि वैश्विक मंच पर भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उनका जीवन और करियर प्रेरणा का स्रोत है, और उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी।
RATAN TATA—-
टाटा समूह और प्रमुख व्यवसाय:
रतन टाटा ने टाटा ग्रुप को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय अधिग्रहण किए, जो भारतीय व्यवसायों के लिए मिसाल बने। उनके कुछ प्रमुख व्यापारिक योगदान और अधिग्रहणों की चर्चा की जा रही है:
- टेटली (Tetley) चाय कंपनी: 2000 में, रतन टाटा ने टेटली, एक ब्रिटिश चाय कंपनी, को $432 मिलियन में खरीदा। यह अधिग्रहण टाटा समूह के अंतरराष्ट्रीय विस्तार की शुरुआत थी, जिसने उन्हें वैश्विक चाय बाजार में प्रमुख स्थान दिलाया।
- कोरस (Corus) स्टील कंपनी: 2007 में टाटा स्टील ने $13 बिलियन में कोरस स्टील कंपनी को खरीदा। यह अधिग्रहण भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय अधिग्रहण था, जिसने टाटा स्टील को दुनिया की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनियों में शामिल कर दिया।
- जगुआर और लैंड रोवर (Jaguar and Land Rover): 2008 में, टाटा मोटर्स ने जगुआर और लैंड रोवर को फोर्ड मोटर कंपनी से $2.3 बिलियन में खरीदा। इस अधिग्रहण ने टाटा मोटर्स को लग्जरी ऑटोमोबाइल बाजार में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।
- टाटा मोटर्स: रतन टाटा की देखरेख में, टाटा मोटर्स ने टाटा इंडिका और टाटा नैनो जैसी कारें विकसित कीं। टाटा नैनो को दुनिया की सबसे सस्ती कार के रूप में लॉन्च किया गया था, हालांकि यह बाजार में अपेक्षित सफलता प्राप्त नहीं कर सकी। लेकिन इंडिका भारत की पहली स्वदेशी रूप से डिज़ाइन की गई कार थी और सफल रही।
- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS): रतन टाटा के कार्यकाल में, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) एक ग्लोबल आईटी सेवा कंपनी के रूप में उभरी, जो आज दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है।
- एयर इंडिया: टाटा समूह ने 2021 में एयर इंडिया को सरकार से पुनः खरीदा। रतन टाटा ने अपने पूर्वजों के अधूरे सपने को पूरा किया, क्योंकि यह एयरलाइन मूल रूप से टाटा द्वारा 1932 में स्थापित की गई थी।
- विस्तारा: रतन टाटा ने टाटा ग्रुप के तहत विस्तारा एयरलाइन की भी स्थापना की, जो सिंगापुर एयरलाइंस के साथ साझेदारी में एक फुल-सर्विस एयरलाइन है। हाल ही में इसका विलय एयर इंडिया में किया गया।
RATAN TATA की समाजसेवा और उद्यमिता:
रतन टाटा न केवल एक सफल उद्योगपति थे, बल्कि वह एक प्रमुख समाजसेवी भी थे। टाटा ट्रस्ट्स के माध्यम से उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में भी अहम योगदान दिया। इसके अलावा, उन्होंने कई भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश किया, जिनमें पेटीएम, ओला इलेक्ट्रिक, और अर्बन कंपनी शामिल हैं।
रतन टाटा का जीवन और करियर हमें यह सिखाता है कि दूरदृष्टि और मेहनत से किस प्रकार एक व्यक्ति एक कंपनी और एक राष्ट्र की दिशा बदल सकता है। उनका प्रभावी नेतृत्व, नवाचार के प्रति समर्पण और सामाजिक जिम्मेदारी हमेशा याद की जाएगी।