Putin India Visit Live Updates: राष्ट्रपति भवन में हुआ भव्य स्वागत, स्टेट डिनर में शामिल हुए पुतिन; राहुल–खड़गे को निमंत्रण न मिलने पर सियासत गर्म
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा सोमवार शाम से ही सुर्खियों में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वार्ता के बाद पुतिन राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया। पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में भव्य स्टेट डिनर का आयोजन हुआ, जिसमें चुनिंदा मेहमानों को ही आमंत्रित किया गया था।
Putin India Visit Live Updates: राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत
रात होते-होते राष्ट्रपति भवन का प्रांगण पूरी तरह जगमगा उठा। गार्ड ऑफ ऑनर, औपचारिक परेड और सांस्कृतिक संगीत के बीच राष्ट्रपति मुर्मू ने पुतिन का स्वागत किया। भारत-रूस संबंधों की गहराई को देखते हुए इस बार स्वागत कार्यक्रम को काफी विशेष रूप से तैयार किया गया था।
इस दौरान कई राजनयिक अधिकारी, वरिष्ठ मंत्री और महत्वपूर्ण मेहमान राष्ट्रपति भवन पहुंचे।
स्टेट डिनर में शामिल हुए पुतिन — चुनिंदा मेहमानों को ही बुलाया गया
पुतिन के सम्मान में आयोजित डिनर में करीब 150–160 मेहमानों को आमंत्रित किया गया। इसमें केंद्रीय मंत्री, कुछ सांसद, चुनिंदा उद्योगपति, सांस्कृतिक जगत के लोग और रूस के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य शामिल थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, निमंत्रण सूची बेहद सीमित और सावधानी से तैयार की गई थी—इसी वजह से कई बड़े नाम इस बार सूची में शामिल नहीं हो पाए।
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण न मिलने पर राजनीति गरमाई
इस पूरे कार्यक्रम का सबसे चर्चित पहलू यह रहा कि कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेता—राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष तथा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे—को स्टेट डिनर के लिए निमंत्रण नहीं भेजा गया।
इस फैसले ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज कर दी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के साथ आयोजनों में परंपरागत तौर पर विपक्ष के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित किया जाता रहा है।
कांग्रेस की ओर से यह भी सवाल उठाया गया कि जब कुछ दूसरे सांसदों को बुलाया गया, तो विपक्ष के सबसे बड़े चेहरे को क्यों नहीं?
दूसरी ओर, सरकारी सूत्रों का कहना है कि स्टेट डिनर की अतिथि सूची सरकार और राष्ट्रपति भवन के संयुक्त निर्णय से तय होती है और यह किसी भी प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं है।
मोदी–पुतिन वार्ता: व्यापार, ऊर्जा और रक्षा सहयोग पर फोकस
डिनर से पहले पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें कई अहम मुद्दों पर बात हुई।
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दोनों देशों ने ऊर्जा साझेदारी को और मजबूत करने पर जोर दिया।
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रूस ने भारत को कच्चे तेल की निरंतर आपूर्ति जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।
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रक्षा और अंतरिक्ष सहयोग को विस्तार देने पर भी सहमति जताई गई।
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दोनों देशों ने 2030 तक व्यापारिक संबंधों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा।
यह बैठक भारत-रूस संबंधों के भविष्य को मजबूत करने के लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है।
दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पुतिन की यात्रा को देखते हुए दिल्ली में कई मार्गों पर ट्रैफिक रूट बदल दिए गए थे। सुरक्षा एजेंसियों ने हाई अलर्ट पर काम किया और राष्ट्रपति भवन तथा अन्य संवेदनशील इलाकों के आसपास विशेष तैनाती की गई।
पुतिन की भारत यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत-रूस साझेदारी को नई दिशा देना था। लेकिन स्टेट डिनर की अतिथि सूची में राहुल गांधी और खड़गे जैसे नेताओं का नाम न होना पूरे राजनीतिक माहौल में नई बहस छेड़ गया है।
राष्ट्रपति भवन में हुआ डिनर, मोदी-पुतिन मुलाकात और ऊर्जा-रक्षा से जुड़ी घोषणाएँ—इन सबने इस यात्रा को बेहद महत्वपूर्ण बना दिया है।
