TVK Vijay rally incident:अभिनेता विजय की रैली में भगदड़: करूर में 39 लोगों की दर्दनाक मौत
करूर, तमिलनाडु (28 सितंबर 2025): तमिल सिनेमा के सुपरस्टार और तमिलागा वेत्री कझागम (टीवीके) के संस्थापक जोसेफ विजय की एक रैली में शनिवार शाम भीषण भगदड़ मच गई। इस हादसे में 39 लोगों की जान चली गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए। यह घटना विजय के नवगठित राजनीतिक दल की पहली बड़ी रैली थी, जिसमें हजारों समर्थक उनके समर्थन में जुटे थे। यह त्रासदी तमिलनाडु की राजनीति और विजय के उभरते राजनीतिक करियर पर गहरा प्रभाव डाल सकती है।
TVK Vijay rally incident: क्या हुआ उस शाम?

यह रैली करूर जिले के एक खुले मैदान में आयोजित की गई थी, जहां टीवीके ने 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए अपनी तैयारियों का प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी। आयोजकों ने लगभग 30,000 लोगों की भीड़ की उम्मीद की थी, लेकिन अनुमान से दोगुनी संख्या में, यानी 60,000 से अधिक लोग पहुंच गए। विजय जब मंच पर अपनी स्पीच दे रहे थे, तभी भीड़ बेकाबू हो गई। समर्थक बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़े, जिससे अफरा-तफरी मच गई। लोग विजय को करीब से देखने और उनके साथ तस्वीरें लेने की होड़ में एक-दूसरे पर गिरने लगे।
हादसे में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे प्रभावित हुए। मृतकों में 16 महिलाएं, 9 पुरुष और 6 बच्चे शामिल हैं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया, जहां कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। रात होते-होते मौतों का आंकड़ा बढ़ता गया और अंततः 39 तक पहुंच गया।
भगदड़ के कारण: कहां हुई चूक?
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की कमी इस त्रासदी का मुख्य कारण थी। रैली स्थल पर बैरिकेड कमजोर थे, और पुलिस बल भी भीड़ के अनुपात में नाकाफी था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जैसे ही विजय ने मंच पर कदम रखा, उत्साह में डूबी भीड़ ने नियंत्रण खो दिया। आयोजकों ने इतनी बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति का अनुमान नहीं लगाया था।
जिला प्रशासन ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें यह पता लगाया जाएगा कि आयोजन में किन खामियों ने इस हादसे को जन्म दिया। साथ ही, टीवीके के स्थानीय नेताओं पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
विजय की प्रतिक्रिया: दुख और जिम्मेदारी
विजय ने हादसे के दौरान मंच से समर्थकों से शांति बनाए रखने और एम्बुलेंस के लिए रास्ता खाली करने की अपील की। बाद में उन्होंने एक भावुक बयान जारी किया, जिसमें कहा, “मेरे समर्थकों की यह क्षति मेरे लिए असहनीय है। मैं पीड़ित परिवारों के साथ हूं और उनकी हर संभव मदद करूंगा।” विजय ने रैली को तुरंत रोक दिया और अस्पतालों में घायलों से मिलने का प्रयास किया।
सरकार और नेताओं का रुख
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने घटना पर गहरा दुख जताया और तुरंत करूर का दौरा किया। उन्होंने घायलों के इलाज के लिए विशेष चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी को “हृदयविदारक” करार देते हुए शोक व्यक्त किया। कई अन्य राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं ने भी पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई। तमिल सिनेमा के दिग्गज रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों से इस दुखद घड़ी में एकजुटता दिखाने की अपील की।
The unfortunate incident during a political rally in Karur, Tamil Nadu, is deeply saddening. My thoughts are with the families who have lost their loved ones. Wishing strength to them in this difficult time. Praying for a swift recovery to all those injured.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 27, 2025
राजनीतिक प्रभाव: विजय के लिए चुनौती
विजय ने हाल ही में टीवीके के साथ अपनी राजनीतिक पारी शुरू की है, और यह रैली उनकी लोकप्रियता का एक बड़ा प्रदर्शन थी। हालांकि, यह हादसा उनके अभियान पर सवाल उठा सकता है। विपक्षी दल इस घटना को आयोजन में लापरवाही का मुद्दा बनाकर टीवीके पर हमला बोल सकते हैं। फिर भी, विजय की समर्थक भीड़ की भारी संख्या उनकी जनप्रियता को दर्शाती है।
भविष्य के लिए सबक
यह हादसा भारत में सार्वजनिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन की कमियों को उजागर करता है। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बेहतर योजना और सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत है। विजय और उनकी पार्टी के लिए यह एक दुखद झटका है, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया और समर्थन इस संकट में उनके नेतृत्व की परीक्षा होगी।
हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। इस दुख की घड़ी में समाज को एकजुट होकर प्रभावितों की मदद करनी चाहिए।