Tiktok India Big Update: टिकटॉक की भारत में वापसी की संभावना: ताज़ा अपडेट्स और चुनौतियाँ
भारत में टिकटॉक की वापसी की चर्चा एक बार फिर तेज़ हो गई है। जून 2020 में डेटा गोपनीयता और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर इस ऐप पर बैन लगा था। उस समय भारत में टिकटॉक के 20 करोड़ यूज़र्स थे, जिससे यह सबसे बड़ा ग्लोबल मार्केट बना था। अब, पाँच साल बाद नए घटनाक्रमों ने इसकी वापसी की उम्मीद जगा दी है।
Tiktok India Big Update:वेबसाइट की वापसी का संकेत
हाल ही में कुछ यूज़र्स ने पाया कि टिकटॉक की वेबसाइट Tiktok.com बिना वीपीएन खुल रही है। यह अपडेट सबसे पहले ट्रकिनटेक और टेक टिप्स्टर मुकुल शर्मा ने X पर साझा किया। हालांकि यह एक्सेस सभी को नहीं मिल रहा।टिकटॉक ऐप अभी भी गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से गायब है। न कंपनी और न ही सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान आया है।
हिरानंदानी ग्रुप से बातचीत
जून 2025 में रिपोर्ट आई कि टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस, भारत में वापसी के लिए हिरानंदानी ग्रुप की योत्ता इन्फ्रास्ट्रक्चर से बात कर रही है। यह डील टिकटॉक को भारत की डेटा लोकलाइजेशन पॉलिसी का पालन करने में मदद कर सकती है। यही 2020 में बैन का मुख्य कारण था।
भारत–चीन रिश्तों का असर
अगस्त 2025 में चीनी विदेश मंत्री वांग यी भारत आए और पीएम मोदी व एस. जयशंकर से मिले। इस मुलाकात को “स्पष्ट और रचनात्मक” बताया गया। पीएम मोदी का आने वाला SCO समिट का चीन दौरा भी चर्चा में है।
कई यूज़र्स मानते हैं कि सीधी उड़ानों की बहाली और आयात नियमों में ढील, टिकटॉक की वापसी को आसान बना सकती है। वहीं, Shein और Zender जैसे ऐप पहले ही नए ढांचे के साथ भारत लौट चुके हैं।
कड़ी प्रतिस्पर्धा
टिकटॉक को वापसी पर भारी प्रतिस्पर्धा मिलेगी।
- इंस्टाग्राम रील्स – 36.2 करोड़ यूज़र्स
- यूट्यूब शॉर्ट्स – 50 करोड़ से अधिक
- मोज, चिंगारी, एमएक्स टकाटक – भारतीय ऐप्स
टिकटॉक को पुराने क्रिएटर्स और दर्शकों को वापस लाने के लिए कुछ नया पेश करना होगा।
सरकारी बाधाएँ
- भारत सरकार ने टिकटॉक पर बैन इसलिए लगाया था क्योंकि यूज़र्स का डेटा विदेश भेजा जा रहा था। वापसी के लिए टिकटॉक को:
डेटा भारत में स्टोर करना होगा
सरकार से मंजूरी लेनी होगी
सुरक्षा आशंकाएँ दूर करनी होंगी
बैन का असर और वैश्विक स्थिति
2020 में गलवान विवाद के बाद टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा, जो बाद में 200 से अधिक हो गया। इससे छोटे शहरों और क्षेत्रीय भाषा के कंटेंट क्रिएटर्स पर बड़ा असर पड़ा।
दूसरी तरफ, टिकटॉक अमेरिका, यूरोप और कनाडा जैसे देशों में भी सुरक्षा को लेकर विवाद झेल रहा है। जनवरी 2025 में अमेरिका में इसे अस्थायी रूप से ऑफलाइन करना पड़ा।
22 अगस्त 2025 तक टिकटॉक की वापसी केवल संकेतों और अटकलों तक सीमित है। वेबसाइट एक्सेस और हिरानंदानी ग्रुप से बातचीत पॉजिटिव हैं, लेकिन कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई।भारत–चीन रिश्तों में सुधार उम्मीद जरूर है, मगर सरकारी मंजूरी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।
अब सवाल ये है—क्या टिकटॉक फिर से भारतीय युवाओं का फेवरेट ऐप बनेगा, या इंस्टाग्राम और यूट्यूब शॉर्ट्स ही आगे रहेंगे?
आपकी राय क्या है? हमें कमेंट्स में बताइए।
ये भी पढ़े :SC major update on Stray Dogs:Delhi NCR में Stray Dogs पर Supreme Court का बड़ा अपडेट..