Rajkumar Jat murder case: पांच महीने बाद भी इंसाफ अधूरा
मार्च 2025 में गुजरात के राजकोट में UPSC की तैयारी कर रहे 25 वर्षीय राजकुमार जाट की रहस्यमयी मौत ने पूरे देश को हिला दिया था। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के झबरकिया गांव का रहने वाला यह युवा, गोंडल में किराए पर रहकर पढ़ाई कर रहा था। उसके पिता रतनलाल जाट वहां पाव भाजी का ठेला चलाते हैं।
Rajkumar Jat murder case:3 मार्च की रात और गायब होने की कहानी
3 मार्च की रात राजकुमार अचानक लापता हो गया। अगले दिन, राजकोट-अहमदाबाद हाईवे के तरघड़िया ब्रिज के पास वह गंभीर हालत में मिला और अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। सबसे चौंकाने वाली बात—परिवार को लाश की पहचान करने का मौका पांच दिन बाद दिया गया, जिससे शक और गहरा गया।
परिवार के गंभीर आरोप
परिवार का आरोप है कि 2 मार्च को गणेश जडेजा, जो पूर्व BJP विधायक जयराजसिंह जडेजा का बेटा है, अपने साथियों के साथ राजकुमार और उसके पिता से मारपीट की। रात में शिकायत करने गया राजकुमार फिर से गायब हो गया और दोबारा जिंदा नहीं मिला।
फॉरेंसिक रिपोर्ट ने बढ़ाए सवाल
रिपोर्ट में 42 से ज्यादा चोटें और ब्रेन हेमरेज पाया गया। परिवार का कहना है कि यह सड़क हादसा नहीं, बल्कि निर्दयी हत्या है।
पुलिस का दावा—यह हादसा था
पुलिस के मुताबिक, राजकुमार की मौत बस दुर्घटना में हुई। 150 से ज्यादा CCTV फुटेज में वह सड़क पर चलता दिखा, और बस ड्राइवर ने गलती से टक्कर मार दी। पुलिस कहती है कि चोटें हाई-इंपैक्ट एक्सीडेंट से भी हो सकती हैं, और हत्या का कोई ठोस सबूत नहीं है।
मामले का राजनीतिक रंग
RLP सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा में CBI जांच की मांग की, जबकि गुजरात कांग्रेस ने इसे ‘जंगल राज’ बताया। राजस्थान के नेताओं ने प्रवासी सुरक्षा पर सवाल उठाए, और भीलवाड़ा में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए।
न्याय की मौजूदा स्थिति
अगस्त 2025 तक CBI जांच की याचिका गुजरात हाईकोर्ट में लंबित है। बस ड्राइवर हिरासत में है, लेकिन हत्या का केस दर्ज नहीं हुआ। जडेजा परिवार पर भी कोई औपचारिक कार्रवाई नहीं हुई है।
पांच महीने बाद भी सवाल वही
राजकुमार जाट का परिवार आज भी उसी सवाल के साथ खड़ा है—क्या सत्ता और राजनीति के आगे एक आम इंसान को कभी इंसाफ मिलेगा? क्या आपका कोई सुझाव है? कमेंट में बताएं। धन्यवाद, और सच के लिए आवाज उठाते रहें! मिलते है किसी और टॉपिक पर।
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