Raunak Sadhwani भारतीय ग्रैंडमास्टर: नई ऊंचाइयों पर
भारतीय शतरंज खिलाड़ी और ग्रैंडमास्टर रौनक साधवानी ने दिसंबर 2024 में अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए शतरंज की दुनिया में हलचल मचा दी। उनके हालिया प्रदर्शन ने खेल समाचारों का मुख्य विषय बना दिया है। आइए, उनकी उपलब्धियों और उनके खेल से जुड़े कुछ अहम पहलुओं पर नजर डालते हैं।
Raunak Sadhwani:विश्व रैपिड में रौनक की शानदार जीत

⚔️ लंदन चेस मास्टर्स 2024 में अपराजेय प्रदर्शन
रौनक साधवानी ने लंदन चेस मास्टर्स 2024 में भाग लिया, जो कि एक प्रतिष्ठित प्रतियोगिता है। उन्होंने सात राउंड के खेल में 5.5 अंक अर्जित कर शीर्ष स्थान साझा किया। इस उपलब्धि के लिए उन्हें £8,500 (लगभग ₹8.8 लाख) की पुरस्कार राशि प्राप्त हुई🏦।
🌎विश्व रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप 2024
लंदन चेस मास्टर्स के बाद रौनक ने विश्व रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप 2024 में भाग लिया, जो न्यूयॉर्क में 26 दिसंबर 2024 से 28 दिसंबर 2024 तक आयोजित । इस प्रतियोगिता में उन्होंने पहले दिन 5 में से 4 अंक अर्जित किए और शीर्ष 5 खिलाड़ियों में जगह बनाई।
अलीरेज़ा फिरोज़जा पर ऐतिहासिक जीत
इस प्रतियोगिता के दौरान, रौनक ने विश्व नंबर 7 और शतरंज के दिग्गज अलीरेज़ा फिरोज़जा को हराया। यह जीत उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानी जा रही है। अलीरेज़ा के खिलाफ इस जीत ने रौनक को अंतरराष्ट्रीय मंच पर और भी प्रसिद्ध कर दिया।
Raunak Sadhwani: एक परिचय
- जन्म: 22 दिसंबर 2005, नागपुर, भारत
- उपाधि: ग्रैंडमास्टर (2019 में प्राप्त)
- उम्र: 19 वर्ष
- करियर की शुरुआत: रौनक ने कम उम्र में ही शतरंज में अपनी रुचि और प्रतिभा को दिखाया।
रौनक अपने विश्लेषणात्मक कौशल और दबाव में शानदार प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं। उनकी कड़ी मेहनत और लगन ने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचाया है।
प्रतियोगिताओं का स्थान और समय
- लंदन चेस मास्टर्स 2024:
- स्थान: लंदन, यूनाइटेड किंगडम
- तारीख: 2 दिसंबर 2024 से 9 दिसंबर 2024
- विश्व रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप 2024:
- स्थान: न्यूयॉर्क, अमेरिका
- तारीख: 26-28 दिसंबर 2024
पुरस्कार और मान्यता
- लंदन चेस मास्टर्स 2024: £8,500 (लगभग ₹8.8 लाख)
- रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियनशिप: रौनक ने शानदार शुरुआत की और उनकी जीत ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई।
रौनक साधवानी की यह उपलब्धि न केवल उनके करियर के लिए मील का पत्थर है, बल्कि यह भारतीय शतरंज समुदाय के लिए भी प्रेरणा है। उनकी आने वाली प्रतियोगिताओं में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।