Baba Siddique Shot Dead:-बाबा सिद्दीकी, जिनका पूरा नाम जियाउद्दीन सिद्दीकी था, मुंबई के एक अनुभवी राजनीतिज्ञ थे। उनका जन्म 13 सितंबर 1957 को पटना में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट एन्स हाई स्कूल, बांद्रा से की और बाद में एम.एम.के. कॉलेज, बांद्रा से वाणिज्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
Baba Siddique Shot Dead:-
सिद्दीकी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1977 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के छात्र संगठन, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) से की। वह 1992 और 1997 में दो बार नगर निगम पार्षद चुने गए। इसके बाद, 1999, 2004 और 2009 में बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक चुने गए। उन्होंने 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र सरकार में खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए के राज्य मंत्री के रूप में सेवा की।
सिद्दीकी अपने सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान के लिए भी जाने जाते थे, विशेष रूप से रमजान के महीने में आयोजित होने वाली उनकी भव्य इफ्तार पार्टियों के लिए। इन आयोजनों में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, बॉलीवुड हस्तियां और व्यवसायी शामिल होते थे, जो सामाजिक एकता और सांप्रदायिक सद्भावना का प्रतीक थे। उनकी 2013 की इफ्तार पार्टी विशेष रूप से चर्चित रही, जहां बॉलीवुड के दो बड़े सितारे, शाहरुख खान और सलमान खान, पांच साल के लंबे विवाद के बाद एक-दूसरे से मिले और गले लगे।
Baba Siddique Shot Dead:-मुंबई की राजनीति में हड़कंप–
मुंबई लीलावती अस्पताल के बाहर की तस्वीर
RIP Baba Siddiqui pic.twitter.com/beZtdIIWVz
— Sonu Sheikh, INC (@SonuSheikhazad) October 12, 2024
राजनीतिक रूप से, सिद्दीकी ने फरवरी 2024 में कांग्रेस पार्टी छोड़कर अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए थे।
बाबा सिद्दीकी की मौत से महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पर उठे सवाल:-
दुर्भाग्य से, 12 अक्टूबर 2024 को, बाबा सिद्दीकी की मुंबई के बांद्रा ईस्ट में उनके बेटे ज़ीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हमले में तीन अज्ञात हमलावर शामिल थे, जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक फरार है।उनकी मृत्यु ने महाराष्ट्र की राजनीति और सामाजिक जीवन में एक शून्य पैदा कर दिया है, और उनके योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा।