Amrit Bharat Station Scheme:—
Narendra Modi:पीएम मोदी सोमवार को इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने वाले हैं। इस पर लगभग 41 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी।
Narendra Modi:- प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सोमवार को अमृत भारत स्टेशन योजना (Amrit Bharat Station Scheme) के अंतर्गत 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास और 1500 रोड ओवर ब्रिज एवं अंडरपास का उद्घाटन करेंगे। इस पर लगभग 41 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें उत्तर रेलवे के 43 रेलवे स्टेशन और 92 आरओबी/आरयूबी भी शामिल हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत पुनर्विकास के लिए अब तक 1318 स्टेशनों की पहचान की जा चुकी है।
Amrit Bharat Station Scheme—

इन राज्यों में बनेंगे आरओबी
उत्तर रेलवे (Northern Railways) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 92 आरओबी/आरयूबी में से उत्तर प्रदेश में 56, हरियाणा में 17, पंजाब में 13, दिल्ली में 04, हिमाचल प्रदेश में 01 और जम्मू-कश्मीर में 01 आरओबी/आरयूबी हैं। लखनऊ मंडल में इनकी संख्या 43, दिल्ली में 30, फिरोजपुर में 10, अंबाला में 07 और मुरादाबाद में 02 है। रेलवे ने रेलवे क्रॉसिंग पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) और अंडरपास बनाए हैं।
क्या है अमृत भारत स्टेशन योजना
Amrit Bharat Station Scheme—

अमृत भारत स्टेशन योजन (Amrit Bharat Station Scheme)के तहत रेलवे स्टेशन को मॉडर्न बनाया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान तैयार कर सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। इनमें वेटिंग रूम, अच्छे कैफेटेरिया और रिटेल सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। साथ ही प्लेटफॉर्म का विकास भी किया जा रहा है। चौड़ी सड़कें, साइनेज, पैदल मार्ग, पार्किंग एरिया और प्रकाश व्यवस्था विकसित की जाएंगी।साथ ही स्टेशनों पर दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। मौजूदा सुविधाओं को भी मॉडर्न बनाया जा रहा है।भारतीय रेल से रोजाना 2 करोड़ और सालाना 800 करोड़ यात्री सफर करते हैं। साथ ही अरबों रुपये के माल की चलाई भी रेलवे के जरिए की जाती है।
आरओबी और अंडरपास के लाभ
आरओबी और अंडरपास से भीड़भाड़ में कमी आती है. इनसे रेलवे क्रॉसिंग पर भीड़ को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही यातायात सुचारू हो जाता है। वाहनों (Amrit Bharat Station Scheme)और रेलगाड़ियों के बीच दुर्घटनाओं का खतरा कम हो जाता है। यात्रा में देरी नहीं होती और समय भी कम लगता है। आसपास के इलाके विकसित होते हैं और व्यापारिक गतिविधियां बढ़ती हैं। साथ ही पर्यावरण में भी सुधार होता है।