Farmer Protest:-गुरुवार को किसान नेताओं की बैठक एक बार फिर केंद्रीय मंत्रियों के साथ होने वाली है।किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हम बातचीत करना चाहते हैं, तकरार नहीं।
Farmer Protest—
armers Leaders Meeting With Central Ministers: किसान आंदोलन से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. किसानों और सरकार के बीच गुरुवार (15 फरवरी) शाम 5 बजे चंडीगढ़ में बैठक होगी. यह जानकारी पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव और किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने दी. बुधवार (14 फरवरी) शाम मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि हम वार्ता के लिए तैयार हैं क्योंकि सरकार वार्ता करना चाहती है. उन्होने बताया कि केंद्र सरकार से बातचीत के बुलावे की चिट्ठी मिली है. चिट्ठी और अनुराग ठाकुर के सकारात्मक बयान के बाद किसान नेताओं ने तीसरे दौर की बैठक की हामी भरी है।
Farmer Protest—
ये केंद्रीय नेता होंगे शामिल
पंढेर ने बताया कि चंडीगढ़ में गुरुवार को होने वाली मीटिंग में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, नित्यानंद राय और अर्जुन मुंडा मौजूद रहेंगे. उन्होंने कहा कि शंभू बॉर्डर पर किसानों के साथ जैसे हालात बने हैं उसे सामान्य करने को लेकर आश्वासन दिया गया है, जिसके बाद हम लोगों ने आपस में बैठक की है।हम केंद्र सरकार के मंत्रियों के साथ भी चर्चा करेंगे।
Farmer “Protest” is Just a MASK. Real Target is to remove Modi Govt. Jitna Dum lagana hai lagaa lo… Its NOT GOING TO HAPPEN #FarmersProtest #FarmersProtest2024 pic.twitter.com/XE6EpR4upW
— Rosy (@rose_k01) February 13, 2024
‘हम टकराव नहीं चाहते हैं’
सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि हम टकराव नहीं चाहते हैं. हम चाहते हैं कि मामले (Farmer Protest)का समाधान हो, अनुराग ठाकुर का बयान हमें पता लगा, उसके बाद हमने अपने दोनों किसान नेताओं के फोरम पर बात करके मैंडेट लिया कि अगर सरकार बात करना चाहती है तो हमें बात करनी चाहिए।लेकिन जिस तरह की पुलिस कार्रवाई हो रही थी उससे हमें ऐसा लग रहा था कि केंद्र सरकार हमसे बात नहीं करना चाहती। ड्रोन से जिस तरह से हम पर शैलिंग करवाई जा रही थी। इसी वजह से हम बातचीत को राजी नहीं थे।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस के अफसर हमें आगे लेकर गए कि शैलिंग को लेकर हरियाणा सरकार से बातचीत करते हैं लेकिन उस दौरान किसान नेताओं को टारगेट करते हुए रबड़ की गोली चलाई गई। इसी वजह से हम कह रहे हैं कि केंद्र सरकार का रवैया ठीक नहीं है। जब हम कह रहे हैं कि हम पीसफुल बैठेंगे, आगे नहीं बढ़ेंगे तो केंद्र सरकार को हम पर शैलिंग नहीं करनी चाहिए। केंद्र सरकार हमें भड़काने का प्रयास कर रही है।